
हंगामा शुरू: कार्तिक पूर्णिमा की भीड़ में भक्तों की शॉर्टकट घातक साबित हुई
मिर्जापुर के चूनार रेलवे स्टेशन पर एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। यहां छह भक्तों की मौत हो गई जब वे ट्रैक पार करके दूसरे ट्रेन पर चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। कल्का मेल एक्सप्रेस ट्रेन ने उन्हें कुचल दिया। गवाहों ने बताया कि ये भक्त वाराणसी में कार्तिक पूर्णिमा के लिए जा रहे थे और प्लेटफॉर्म नंबर 3 पर सुबह 9:30 बजे हादसा हुआ। ट्रेन की रफ्तार बहुत तेज थी और यहां कोई स्टॉप नहीं था। कई लोग घायल हुए और स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई।
CM योगी का जवाब: जांच का आदेश, राहत का वादा और सुरक्षा सुधार की मांग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे की निंदा की और अधिकारियों से बचाव और राहत का काम तेजी से करने को कहा। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों को 2 लाख रुपये की मदद देने का ऐलान किया। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि यह ट्रैक पार करने की वजह से हुआ, फुट ओवरब्रिज का इस्तेमाल नहीं किया गया। जीआरपी और आरपीएफ को मौके पर भेजा गया। हादसे के बावजूद ट्रेनें चलती रहीं, लेकिन अधिकारियों ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय करने का वादा किया।
- हादसे की जानकारी: कल्का जाने वाली नेताजी एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12311) ने 7-8 भक्तों को कुचला; यह चोपान-प्रयागराज एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म 4 पर पहुंचने के थोड़ी देर बाद हुआ।
- पीड़ितों का विवरण: भक्त वाराणसी में पवित्र स्नान के लिए जा रहे थे; शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे गए, घायल अस्पताल पहुंचाए गए।
- सरकारी कार्रवाई: एसडीआरएफ और एनडीआरएफ बचाव में मदद कर रहे हैं; मुख्यमंत्री ने घायलों के ठीक होने की प्रार्थना की और परिवारों की मदद का भरोसा दिलाया।
- बड़ी तस्वीर: गवाहों ने ट्रेन की तेज रफ्तार पर ध्यान दिया; अतिरिक्त डीजी पियूष मोर्दिया ने मौतों की पुष्टि की; यह कार्तिक पूर्णिमा जैसे त्योहारों में रेलवे सुरक्षा की कमियों को दिखाता है।
अंत में, यह दुखद घटना रेलवे नियमों को सख्ती से लागू करने और बेहतर ढांचे की जरूरत पर जोर देती है, ताकि कार्तिक पूर्णिमा जैसे त्योहारों में भक्तों की रक्षा हो सके। जांच चल रही है, लेकिन ध्यान भविष्य में ऐसे बचने योग्य हादसों को रोकने पर होना चाहिए। परिवार शोक में हैं, लेकिन जवाबदेही की मांग जोर से सुनाई दे रही है।


